भारतीय रेल देश की जीवन-रेखा है। देश में आवागमन के लिए रेल सस्ता और सुलभ माध्यम है। भारत में 8.2 अरब यात्री सालाना रेल द्वारा सफर करते है। अगर इनके विस्तार को देखा जाये, तो भारतीय रेल लाइन की कुल लम्बाई 1 लाख 15 हजार किमी है। जिसमे 7,137 स्टेशन बने है। जिसकी गति सीमा अधिकतम १६० किमी प्रति घंटा है। जो देश को गति-मान करने के लिए बहुत कम है। वर्तमान व्यवस्था में जो वर्तमान में सुधार होने चाहिए। उस स्तर आज भी सुधार नहीं हो पा रहा है। जबकि आज यात्री उपल्बध सीटों से दुगने टिकट ले रहे है। फिर भी सरकार इसे घाटे में दिखती है। इन सभी कमियों से साबित होता है कि रेल प्रबंधन में भारी भ्रष्टाचार व्याप्त है।
राष्ट्रीय क्राईम रिकार्ड ब्यूरों के मुताबिक 2014 में रेल दुर्घटनाओं में करीब 28,000 लोगों में से करीब 18,000 लोग ट्रेन से गिरने व भिडने की वजह से मारे गये। देश आज़ादी के 75 साल पूर्ण करने के बाद भी आज रेल के जनरल बोगियों मे भेड़-बकरियों की भांति लोग यात्रा करने पर मजबूर है। सरकार आज भी उन पर कोई ध्यान नही देती है। एक आकड़े की माने तो आज 1 कोच में 72 सीटों पर 250 से लेकर 300 यात्री सफर करते है।
इतनी आधुकनिकता आने के बाद भी आज तक टिकट और सीट प्रबंधन की प्रणाली को वर्तमान सरकार विकसित नहीं कर पाई है। आज भी लोग इसमें सेंध लगाकर टिकट बना लेते है और दूसरों की टिकट पर यात्रा भी करते है। सुरक्षा की दृष्टिकोण से आज भी हम असफल है।
रेल प्रबंधन समाधान नीति 2019
हमारी सरकार रेल प्रबंधन से जुडी हर एक चुनौतियों और समस्याओं का पूर्ण समाधान बना चुकी है। साथ ही बढ़ती जनजनख्या और रेल द्वारा यत्रारियों की बढ़ती स्थिति के अनुसार विस्तार का लक्ष्य निर्धारित किया है। जैसे : रेल लाइन, प्लेट फॉर्म विस्तार के साथ सभी छोटे बड़े प्लेटफॉर्म को आधुनिक रूप देना, आधुनिक टिकट प्रबंधन के साथ कैटरिंग, कुली, हेल्पर, आदि का प्रबंधन को विकसित किया है।
हम प्रत्येक मंडल स्तर से कम से कम एक एक्सप्रेस एवं एक सुपर फास्ट गाड़ियों को संचालित करेंगे। जिससे यात्रियों को कोई असुविधा न हो और भीड़ को समाप्त किया जा सकें।
भारत को व्यावसायिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में, माल गाड़ियों को हर वाणिज्यिक स्थान और बंदरगाहों से जोड़ा जाएगा ताकि देश में सस्ते और आसान यातायात को बनाया जा सके। इस प्रकार सस्ता परिवहन होने के कारण महंगाई को नियंत्रित किया जा सकेगा।
हमारी सरकार अनारक्षित सीटों को समाप्त करेगी। सभी सीटें आरक्षित किये जायेंगे। सभी सीटों को आरामदायक बनाया जायेगा और तमाम सुबिधाओं से युक्त किया जायेगा।
गरीबी रेखा में रहने वाले लोगों को टिकट शुल्क में छुट दिया जायेगा। यह छूट यात्रा भारतीय पहचान संख्या की पुष्टि आधार पर बने यात्रा आईडी के भरने मात्र से ही मिल जायेगा।
रेलवे लाइन विस्तार : वर्तमान में दो ट्रेको वाले रेलवे लाइन का विस्तार किया जा रहा है। जिसकी गति सीमा अधिकतम 180 किमी प्रति-घंटा है। जो भविष्य को देखते हुए बहुत ही कम है। लेकिन देश की बढ़ती जनसंख्या और बढ़ते ट्रेन यात्रियों को देखते हुए। रेल ट्रेकों का विस्तार के गति सीमा के अनुसार बनाने की जरूरत है साथ ही सुरक्षा मामलों को मजबूत बनाने की जरुरत है। जिसके लिए हमारी सरकार लक्ष्य निर्धारित कर चुकी है।
हम रेल लाइन को ३०० से 400 गति क्षमता वाले पटरियों का निर्माण कराएँगे। हमारा लक्ष्य देश की राजधानी से राज्यों की राजधानी को एक दूसरे से जोड़ना है। राजधानियों और प्रमुख धार्मिक स्थानों को जोड़ने के लिए चार पटरियों वाले लाइनों का विस्तार किया जायेगा। जिनमे दो ट्रेक लाइन सुपरफ़ास्ट ट्रेनों के लिए होगा। और दो लाई-ने एक्सप्रेस एवं सवारी गाड़ी के लिए विस्तार किया जायेगा। साथ ही देश के सभी बंदरगाहों और बड़े व्यापारिक शहर को एक दूसरे से जोड़ने के लिए दो रेल लाइनों का भी विस्तार किया जायेगा। जो विषेशतः माल-गाड़ी के यातायात के लिए प्रयोग किया जायेगा। इस प्रकार कुल 6 ट्रेक वाली रेलवे लाइन का विस्तार का लक्ष्य रखा जाएगा। जिससे प्रत्येक रेल को सुपरफ़ास्ट बनाया जा सके। जिससे आम आदमी के समय और व्यवसाय को गति मिल सकें।
प्लेटफार्मो विस्तार : हमारी सरकार देश के सभी प्लेटफार्मो को आधुनिक बनाएगी, और नए प्लेटफार्मो का विस्तार करेगी। जिससे यात्रियों को सुविधा मिल सके और आवागमन को भीड़ मुक्त बनाया जा सके।
हमारी सरकार देश के सभी छोटे-बड़े प्लेटफार्मों का एक मॉडल तैयार करेगी। जिसके अनुसार प्रत्येक वर्ष में बजट के हिसाब से यह लक्ष्य रखा जायेगा कि तैयार मॉडल के हिसाब से प्लेटफार्मों का निर्माण कराया जाए। प्लेटफार्मों पर हर छोटी से छोटी बातों का ध्यान रखकर मॉडल तैयार किया जायेगा। सभी स्टेशनों पर उपलब्ध आधार-भूत ढांचे और सार्वजनिक सुविधाओं का आधुनिकीकरण किया जाएगा।
रेल टिकट बुकिंग सेवा: वर्तमान में रेल टिकट बुकिंग सेवा में बहुत सी खामियां है। सरकार द्वारा किय गए हर एक व्यवस्था में सेंध लगाकर यात्रियों को ठगने का काम आज भी चल रहा है। जिसपर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है। आज भी टिकट ईन्सपेक्टर यात्रा के दौरान यात्री से टिकट देने के वजय वसूली करते ही है। जो सुरक्षा की दृष्टिकोण से भी घातक है। कुल मिलाकर यात्री, यात्रा टिकट से ज्यादा पैसे देकर भी असुरक्षित यात्रा कर रहा है। इसमें व्याप्त भ्रष्टाचार ने इस विभाग को घाटे का विभाग बना दिया है। हमने इस व्यवस्था के पूर्ण सुधार की एक आधुनिक प्रणाली को विकसित किया है। जो निम्नवत हैः
रेल टिकट प्रबंधन : वर्तमान में मुख्यतः टिकट लेने की दो प्रणाली का उपयोग हो रहा है। पहला : रेलवे टिकट काउंटर और दूसरा : वेबसाइट और एप्प । दोनों प्रणाली में आज भी यात्री को दिक्क्त का सामना करना पड़ता है।
हमने टिकटिंग प्रणाली को बहुत आसान बना दिया है और सुरक्षा के दृष्टिकोण से पारदर्शी प्रबंधन विकसित किया है। हमारी प्रणाली में, आरक्षित और अनारक्षित दोनों प्रकार के टिकट रेलवे टिकट काउंटर और टिकट वेंडिंग मशीन, वेबसाइट और ऐप के माध्यम से प्राप्त किए जा सकते हैं।
यात्रा करने से पूर्व यात्री को स्वयं की पुष्टि करना अनिवार्य होगा। जिसे व्यक्ति भारतीय पहचान संख्या के द्वारा स्वयं पुष्टि उपरांत यात्रा आई-डी बना सकता है। यह प्रक्रिया बेहद आसान होगा। यात्री ऑनलाइन वेबसाइट या एप्प द्वारा स्वयं पुष्टि करके यात्रा आई-डी बना सकेगा।
यह यात्रा आई-डी एक बार बनाने के बाद यात्री को बार-बार वेबसाइट या एप्प में लॉगिन होने की जरुरत नहीं पड़ेगी और न ही अपना नाम, पता और उम्र बतानी होगी । इस प्रणाली में यात्री, यात्रा आईडी भरकर जाने के स्थान को चयनित करके टिकट ले सकेगा।
रेलवे स्टेशन पर यात्रा टिकट लेने वाली भीड़ को समाप्त करने के लिए हम आबादी वाले इलाकों में जगह – जगह टिकट वेडिंग मशीन लगाएंगे। जिससे लोग भीड़ मुक्त यात्रा टिकट ले सकेंगे।
इस प्रणाली से एप या वेबसाइट में बार बार लॉगिन होने, पेमेंट फ़ैल होने या कटने जैसी समस्या का अंत होगा। यात्री केवल यात्रा आई-डी द्वारा आने या जाने की जगह को ही भरना होगा। आसान प्रक्रिया द्वारा पेमेंट करके टिकट बुक कर सकेगा। यात्री यात्रा आई-डी बनाते समय अपने बैंक खाते को जोड़ सकता है। जिससे टिकट भुगतान और आसान हो जायेगा।
हमने एक ऐसी प्रणाली को विकसित किया है। कि ट्रैन प्रस्थान के एक घंटा पूर्व टिकट निरस्त किया जा सकेगा। निरस्त टिकट का भुगतान वापस किया जायेगा। इसी प्रकार ट्रेन प्रस्थान के एक घंटा पूर्व आरक्षित सीटों के लिए टिकट लिए जा सकते है। यात्रा के दौरान टिकट आरक्षित सीट रिक्त होने पर यात्री टिकट स्थिति को पता कर सकता है और एप्प द्वारा स्वम् टिकट ले सकता है। इस तरह टिकट इंस्पेक्टर द्वारा होने वाली मनमानी और वसूली का अंत होगा।
इस प्रणाली के आने से फ़र्ज़ी टिकट, दूसरे के टिकट पर यात्रा जैसी समस्याओं का पूर्णतः अंत होगा। हम रेल यात्रा को सुरक्षित बनाने के साथ आंतरिक अपराध को नियंत्रित कर सकेंगे।
टिकट जाँच प्रणाली : इस प्रणाली में हम प्रत्येक टिकट कलेक्टर(TC), टै्रवलिंग टिकट परीक्षक (TTE) एवं ट्रेवलिंग टिकट इंस्पेक्टर (TTI) को ETM ( Electronic Ticket Machine ) दिया जाएगा। जिसके तहत यात्री के फ़िंगर स्कैनर ,यात्रा आई-डी या मोबाइल नंबर से यात्री की पुष्टि किया जा सकेगा।
सुरक्षा प्रबंधन :
रेलवे लाइन सुरक्षा : देश में ऐसी रेल लाईने जो सुनसान रास्तो से होकर गुजरती है। जहा दूर दूर तक कोई मानव बस्तिया नहीं है। ऐसे स्थानों से गुजरने वाली पटरियों में सेंसर लगाया जाएगा। जिससे पटरियों के ब्रेकअप होने या अलग होने की स्थिति की जानकारी त्वरित हो सके। साथ ही प्रत्येक 200 मीटर पर लाइनों के किनारे उचें खम्बों में आधुनिक कैमरे लगाए जाएंगे। जिससे पटरियों के आस-पास की निगरानी की जा सके। इस तरह रेल पटरियों के ब्रेकअप, काटने आदि से होने वाली दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
मानवरहित रेल फाटक को फाटक युक्त किया जायेगा। साथ ही ऐसे फाटकों पर जहाँ यातायात अधिक है। वहां ओवरव्रिज का निर्माण निर्माण कराया जायेगा।
रेलवे की बोगियों में खाद्य उत्पाद बेचने वाले बाहरी लोगों का प्रवेश वर्जित होगा। हमारी सरकार प्रत्येक स्टेशनों पर खाद्य उत्पादों को बेचने वाले व्यक्तियों को लाइसेंस प्रदान करेगी। जिन्हें एक विशेष प्रकार का बैच दिया जाएगा। जिसे यात्री बेचने वाले व्यक्ति की पुष्टि कर सकेगा।
हर रेलवे स्टेशन पर स्वास्थ्य देखभाल केंद्रों का आधुनिकीकरण किया जाएगा। ताकि किसी भी यात्री को आपातकालीन चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा सके।
प्रमुख रेलवे स्टेशन कैमरों से आच्छादित हैं। लेकिन छोटे स्टेशनों में कैमरे नहीं हैं और कोई सुरक्षा जांच प्रणाली नहीं है। ऐसे में ट्रेन रुकने के बाद असामाजिक लोग बोगियों में चढ़ जाते हैं। इस तरह, यात्रियों के जीवन और संपत्ति की सुरक्षा खतरे में बनी रहती है। हमारी सरकार हर छोटे से छोटे सुरक्षा मनको पर काम करेगी।
यात्री सेवा प्रबंधन : हमारी सरकार यात्रियों के सेवा कार्यों में लगे व्यक्तिओं को आमंत्रित करेगी। जैसे : कुली, फेरीवाले, खाद्य पदार्थ बेचने वाले आदि को लाइसेंस प्रदान करेगी। हमने इनके प्रबंधन के लिए एक आधुनिक तकनीकी को विकसित किया है। इस प्रणाली में हर एक की गति-विधि पर हमारा पूर्ण नियंत्रण होगा। इस तरह हम बड़ी संख्या में लोगों को स्थाई स्वरोजगार से जोड़ेंगे।